vs चौहान की रिपोर्ट
वायरस की दूसरी लहर का कहर अब भी जारी है। हालांकि, हाल के दिनों में कोविड मामलों में काफी गिरावट देखने को मिली है। पिछले हफ्ते तक जहां हर दिन 4 लाख से ऊपर केस आ रहे थे लेकिन अब साढ़े तीन लाख मामले आ रहे हैं। लॉकडाउन लगने के बाद संक्रमण के मामलों में कमी आई है लेकिन इसकी एक और वजह ये भी कि अब तमाम लोग अपना देसी उपचार भी कर रहे हैं। जी हां, अब देश के लाखों लोग कोविड से बचाव के लिए घरेलू नुस्खे आजमा रहे हैं ताकि उनका इम्यूनटी सिस्टम मजबूत हो सके।
जैसा कि आप जानते ही हैं कोविड उन लोगों को ज्यादा परेशान नहीं कर पाता जिनका इम्यून सिस्टम मजबूत है। आज हम एक आपको इम्यूनिटी बढ़ाने का एक और देसी तरीका बता रहे हैं। आपने जायफल (Nutmeg) का नाम तो सुना ही हो अगर नहीं हम आपको इसके बारे में बताते हैं। जायफल इंडोनेशिया का फल है जो कि एक सदाबहार पेड़ का बीज है जिसे मिरिस्टिका फ्रैग्रांस के रूप में जाना जाता है। यह पेड़ अब दक्षिण भारत में भी उगाया जाता है। जायफल को पूजा के समय भी प्रयोग करते हैं और मसालों में भी प्रयोग करते हैं इसके जरिए भी इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है। आइए जानते हैं जायफल के स्वास्थ्य लाभ।
इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए एक गर्म कप दूध, आधा चम्मच शहद, पिसी हुई इलायची और 2 चुटकी जायफल पाउडर डालकर पिएं। इससे न केवल आपकी इम्यूनिटी बूस्ट होगी बल्कि आपको रात को चैन नींद भी ले सकेंगे।
जो लोग रात को सो नहीं पाते या कहें कि उन्हें अनिद्रा (insomnia) की समस्या है तो वे हर रोज जायफल की एक छोटी सी खुराक ले सकते हैं। ऐसे लोगों के लिए जायफल बेहतर है। लेकिन, उन्हें लंबे समय तक इसका प्रतिदिन सेवन करना होगा। वे चाहें तो अनिद्रा को दूर करने के लिए सोने से पहले एक गिलास दूध के साथ एक चुटकी जायफल का सेवन कर सकते हैं।
यह जोड़ों के दर्द के इलाज के लिए बहुत अच्छा स्रोत है। यह मिरिस्टिसिन, एलेमिसिन, यूजेनॉल और सैफरोल जोड़ों के दर्द के लिए सबसे बेहतर है। इसके अलावा इसके सेवन से आपको गैस की बीमारी से भी राहत मिल सकती है।
यह पाचन एंजाइमों (digestive enzymes) के स्राव (secretion) को बढ़ाता है और इसमें मौजूद फाइबर मल त्याग (Bowel movement) में सहायक होता है। जायफल के सेवन से लोगों की सेक्स ड्राइव भी सही रहती है। इस खाने से libido और potency दोनों को ही बढ़ती हैं।
जायफल के सेवन से दांत के दर्द को भी खत्म किया जा सकता है। काढ़े में जयफल को शहद मिलाकर पीने से जी मिचलाना, जठरशोथ (Gastritis) और अपच जैसी परेशानिया दूर हो जाती हैं।
जायफल एंटी इंफ्लेमेटरी यौगिकों से भरपूर है और चूहों पर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि जायफल की हाई डोज लेने से रक्त शर्करा के स्तर (Blood sugar levels) को कंट्रोल किया जा सकता है। इसमें साबिनिन, टेरपिनोल और पिनीन शामिल हैं जो हमारे शरीर में होने वाली पुरानी सूजन, दिल के रोग, मधुमेह और गठिया से राहत दिलाने में भी कारगर है।
यह सारी जानकारी सामाजिक ज्ञान पर आधारित है और बुजुर्गों की सलाह पर आधारित है यदि शरीर में कोई दिक्कत है सबसे पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें फिर प्रयोग करें