कोरोना जांच पर सवालिया निशान ?जांच लैब पर एक ही मरीज की रिपोर्ट-अलग. सरकारी और प्राइवेट लैब में करो ना से संबंधित अलग-अलग पॉजिटिव और नेगेटिव रिपोर्ट.

गौरव अग्रवाल की रिपोर्ट

मेरठ स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है आपको बता दें कि मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र के माधव पुरम सेक्टर 1 में रहने वाली एक महिला ने बीते दिन जिला अस्पताल में अपने कोरोना टेस्ट कराया था जिसके बाद उस महिला में कोरोना की पुष्टि हो गई इसके बाद महिला के हाथ पैर फूल गए लेकिन महिला ने सोचा कि उसके अंदर जब संक्रमण जैसे कोई लक्षण ही नहीं है बिल्कुल स्वास्थ है महिला ठीक है तो आखिर कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव कैसे आ गयी,

जिसके बाद महिला में किसी प्राइवेट अस्पताल में जाकर कोरोना रिपोर्ट कराई जिसके बाद उस महिला की रिपोर्ट नेगेटिव आई अब कहीं ना कहीं इस चीज को देखते हुए महिला ने मेरठ के सीएमओ डॉ अखिलेश मोहन को फोन पर सारी स्थिति बताई उस महिला के मुताबिक स्थिति सुनने के बाद सीएमओ ने किसी भी प्रकार की कोई एक्शन नहीं लिया महिला का कहना है कि मेरे पास स्वास्थ्य विभाग की टीम आई और बोलने लगी कि आप को कोरोना पोजटिव है लेकिन जब महिला ने उन्हें कोरोना पोजटिव की रिपोर्ट दिखाई तो उन्होंने वे लोग वहां से चले गए लेकिन कहीं ना कहीं इसमें स्वस्थ विभाग पर सवालिया निशान पूछ रहे थे वह लगने जायज है और कहीं ना कहीं स्वास्थ्य विभाग अधिकारी ने इस महिला को किसी प्रकार की संतुष्टि नहीं दी महिला का साफ-साफ कहना है लगातार सीएमओ अखिलेश मोहन जी के पास कॉल करती रही लेकिन उसके बाद उन्होंने भी कॉल नहीं उठाई अब महिला बार-बार सवाल उठा रही है कि आखिर सरकारी विभाग पर जो लोग इतना विश्वास करते हैं तो उन पर कैसे विश्वास किया जाए कहीं ना कहीं सरकारी विभाग की जो लापरवाही है वह सामने आ रही है,

पूरे घटनाक्रम के बाद पत्रकारों ने सीमओं से बात की . सीएमओ के मुताबिक उनके संज्ञान में यह घटना आइ है  एक महिला के मुताबिक सरकारी लैब  में उसमें कोरोना से संबंधित जिस तरह के लक्षण पाए गए थे उसकी जांच के बाद कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई लेकिन उसके बाद प्राइवेट लैब में जांच के बाद रिपोर्ट नेगेटिव आई है इसलिए यह जांच का विषय है और जांच के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.

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