राजस्थान के अलवर जिले में किसान नेता राकेश टिकैत की गाडियों के काफिले पर कुछ अज्ञात लोगों ने कथित रूप से पत्थर फेंके. इसके बाद किसानों का गुस्सा सड़कों पर देखने को मिला है. दिल्ली बॉर्डर पर कई जगहों पर जाम की स्थिति देखने को मिल रही है और किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसके कारण दिल्ली के कई बॉर्डर सील कर दिए गए हैं.
कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले कई महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच शुक्रवार को फिर किसानों का प्रदर्शन लोगों के लिए समस्या बन गया है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि किसान आंदोलन के कारण, NH-9 और NH-24 दोनों स्लिप साइड सर्विस रोड सहित ऊपर और नीचे बंद हैं.
वहीं विरोध के कारण चिल्ला बॉर्डर (दोनों कैरिजवे) पर ट्रैफिक आंदोलन के कारण बंद कर दिया था. जिसके कारण नोएडा बॉर्डर पर जाम लग गया. नोएडा-दिल्ली मार्ग (चिल्ला रेड लाइट) पर किसानों के जरिए धरना प्रदर्शन के चलते रास्ते को बाधित किया गया था. हालांकि अब नोएडा-चिल्ला बॉर्डर को जनसामान्य के प्रयोग के लिए खोल दिया गया है.
ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि दिल्ली से गाजियाबाद की ओर अन्य स्थानों पर डायवर्जन जारी है. वहीं डॉ. हेडगेवार मार्ग पर बसों और भारी सामानों के वाहनों को अनुमति नहीं है. साथ ही गाजियाबाद की तरफ से आने वाले ट्रैफिक को नाला रोड, ऊपरी नहर, हिंडन नहर से भी अनुमति नहीं है.
बता दें कि किसान नेता राकेश टिकैत ने आज अलवर में दो किसान रैलियों को संबोधित किया, जहां उन पर हमले की घटना सामने आई. पुलिस ने बताया कि घटना उस समय की है जब राकेश टिकैत बहरोड के ततारपुर चौराहे पर दूसरी रैली को संबोधित करने जा रहे थे. पुलिस ने बताया कि उनकी कार का पिछला कांच आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया. इस घटना के बाद किसान यूनियन के एक नेता को एक टीवी चैनल पर यह भी कहते सुना गया कि जब हमें मुश्किल होगी हमारे नेता को परेशानी होगी तो सारी पब्लिक को भी परेशानी होगी पब्लिक इसके लिए तैयार रहें
भिवाडी पुलिस अधीक्षक राम मूर्ति जोशी ने बताया कि जिस वाहन को लक्षित किया गया था, उसमें टिकैत मौजूद नहीं थे. उन्होंने बताया कि घटना में कोई घायल नहीं हुआ. इस संबंध में मुख्य आरोपी एक छात्र नेता सहित चार लोगों को हिरासत में लिया .