मेरठ से गौरव अग्रवाल की रिपोर्ट
मेरठ में आर्मी की टीम और पुलिस ने कंकरखेड़ा में सेना भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के एक सदस्य को दबोच लिया, बाकी दो फरार हो गए। आरोपी के कमरे से कुछ दस्तावेज, मुहर बरामद किए गए हैं।
मामला सदर बाजार क्षेत्र का है, इसलिए सभी को सदर पुलिस के हवाले किया गया है। आरोपियों ने सेना भर्ती के नाम पर 25 से ज्यादा लोगों के साथ पूर्व में ठगी की है। बरामद मुहर आर्मी के एक विभाग की हैं, इसकी जांच के लिए टीम पहुंची है ।
आरोपी अलीगढ़ निवासी नरेश कुमार और हाथरस निवासी मनेंद्र से मेरठ में कुछ लोगों ने सेना की एमईएस में भर्ती के नाम पर 15 लाख रुपये की रकम हड़प ली थी। नरेश के चाचा कंकरखेड़ा में रहते हैं और इनका परिचय रवि नामक युवक से हुआ। रवि ने बताया कि भर्ती करा सकता है। नरेश को मेरठ बुलाया और रकम दी गई। परीक्षा से पहले नरेश और उसके साथी मनेंद्र को रवि ने कंकरखेड़ा के नटराज सिनेमा वाली गली में एक मकान में रखा था।
रवि और उसके साथी कमल व सतपाल ने मिलकर गिरोह बनाया हुआ है। यह गिरोह युवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर जाल में फंसाता है। इन युवकों से पैसा वसूला जाता है। नरेश और मनेंद्र से रकम ली गई थी। इन्हें पंप ऑपरेटर के पद पर भर्ती दिखाते हुए आईकार्ड और कुछ दस्तावेज ज्वाइनिंग लेटर के साथ दिए गए। इन पर एमईएस की मुहर लगी थी। दोनों से तीन माह तक एमईएस में काम कराया गया। तनख्वाह नहीं मिली। इस दौरान युवकों को शक हुआ। अपने दस्तावेज के बारे में कुछ आर्मी से जुड़े लोगों से संपर्क कर जानकारी कराई तो खुलासा हुआ कि दस्तावेज फर्जी हैं। इसके बाद आर्मी इंटेलीजेंस और पुलिस टीम को सूचना दी गई। इसके बाद से आरोपियों की तलाश की जा रही थी।
आरोपी रवि और उसके साथी लगातार सैन्य क्षेत्र में घूमते रहे। इस दौरान एमईएस का पास भी बनाकर इन युवकों को दिया गया, जिसके चलते यह अंदर दाखिल होते थे। ऐसे में सैन्य क्षेत्र में सेंधमारी की गई। सुरक्षा पर सवाल खड़े हुए हैं। आशंका है कि सेना से पूर्व में जुड़ा कोई व्यक्ति पूरे मामले से जुड़ा हो सकता है। इस संबंध में जांच की जा रही है।
अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी, मेरठ के मुताबिक पुलिस और आर्मी टीम इस गिरोह की तलाश में थी। कंकरखेड़ा के मकान की रेकी की जा रही थी। रवि जैसे ही सोमवार रात को इस मकान पर पहुंचा, उसके दबोच लिया गया। उसके कमरे से मुहर, दस्तावेज, लैपटॉप और कुछ अन्य सामान मिला है, जिसे कब्जे में लिया गया है। आरोपी को पहले कंकरखेड़ा पुलिस के हवाले किया गया। फर्जी दस्तावेज और ठगी का मामला सदर बाजार क्षेत्र का है, इसलिए रवि को सदर पुलिस को दिया गया।
पुलिस को रवि के साथी कमल और सतपाल की तलाश है। दोनों के फोटो पुलिस को मिल गए हैं। रवि बड़ौत का रहने वाला है। दोनों आरोपियों की तलाश में दबिश दी गई है। पता चला है कि रवि ने पहले भी अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात की है। इस मामले में सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
-एक संदिग्ध को आर्मी भर्ती के नाम पर ठगी के मामले में पकड़ा गया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। कुछ सामान और संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं। गिरोह के दो सदस्य फरार हैं। जल्द ही कार्रवाई होगी।