वीएस चौहान की रिपोर्ट
अब एलपीजी सिलेंडर (LPG Cylinder) बुक करने के लिए बस एक मिस्ड कॉल करना होगा. पहले की तरह गैस बुक करने के लिए बहुत देर तक कॉल पर इंतजार नहीं करना होगा. देश के किसी भी कोने से मिस्ड कॉल के जरिए गैस सिलेंडर बुक किया जा सकता है
आपको जानकार खुशी होगी कि घरेलू गैस सिलेंडर बुक करना आसान हो गया है इण्डेन गैस (Indane Gas) के ग्राहकों के लिए एलपीजी गैस सिलेंडर बुक करना अब एक मिस्ड कॉल दूर है. इंडियन ऑयल (Indian Oil) एलपीजी ग्राहक अब देश के किसी भी हिस्से बस एक मिस्ड कॉल करके अपना सिलेंडर बुक कर सकते हैं. मिस्ड कॉल के लिए इण्डेन द्वारा जारी किया गया नंबर – – 8454955555 — है. शुक्रवार को इस बारे में एक आधिकारिक बयान जारी कर जानकारी दी गई. मिस्ड कॉल के जरिए गैस सिलेंडर बुक बेहद आसानी से हो सकेगा. पहले के लिए तरह अब ग्राहकों को लंबे समय तक कॉल होल्ड पर नहीं रखना होगा. साथ ही, मिस्ड कॉल के जरिए बुकिंग का एक फायदा यह भी है आईवीआरएस कॉल्स के तरह ग्राहकों को कोई अतिरिक्त चार्ज भी नहीं देना होगा.
इस सुविधा से उन लोगों के लिए एलपीजी गैस बुक करना आसान हो जाएगा, जो IVRS कॉल में परेशानियों का सामना करते हैं. साथ ही बुजुर्ग लोगों के लिए भी एक सहूलियत मिल सकेगी. तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने शुक्रवार को भुवनेश्वर से मिस्ड कॉल फैसिलिटी को लॉन्च किया.
उन्होंने वर्ल्ड क्लास प्रीमियम ग्रेड पेट्रोल (Octane 100) के दूसरे चरण का भी अनावरण किया है, जिसे इंडियन ऑयल द्वारा XP100 के नाम से ब्रांड किया गया है. यह पेट्रेाल हाईएंड कारों के लिए होगा. दूसरे चरण में XP100 को 7 अन्य शहरों – चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, कोच्चि, इंदौर और भुवनेश्वर में लॉन्च किया गया है. सबसे पहले इसे राजधानी दिल्ली के लिए लॉन्च किया गया है.
6 साल में 17 करोड़ लोगों तक पहुंचा एलपीजी कनेक्शन
भुवनेश्वर में आज ही एलपीजी कनेक्शन के लिए मिस्ड कॉल सर्विस को भी लॉन्च किया गया है. बहुत जल्द ही इसे देश के अन्य शहरों में भी लॉन्च कर दिया जाएगा. इस दौरान बात करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि गैस एजेंसियों और डिस्ट्रीब्युटर्स से कहा कि वो सुनिश्चित करें कि गैस डिलीवरी की अवधि एक दिन से कम कर कुछ घंटे तक किया जाए. उन्होंने आगे कहा कि देश ने एलपीजी को लेकर एक लंबी दूरी तय की है. 2014 से पहले करीब 6 दशक में एलपीजी कनेक्शन 2 करोड़ लोगों के पास था. अब पिछले 6 साल में यह बढ़कर 30 करोड़ तक पहुंच गया है.