बीएस चौहान की रिपोर्ट
– लाल टिब्बा से देहरादून जाने वाला यातायात मलिंगधार तिराह से पुरानी टिहरी रोड होते हुए बाटा घाट, वुडस्टॉक स्कूल से टिहरी बाईपास होते हुए जेपी बैंड से वन वे व्यवस्था से बार्लोगंज होते हुए देहरादून जा सकेगा।
– देहरादून जोन वाले सभी वाहन जेपी बैंड से वाया बार्लोगंज होते हुए जाएंगे।
– पिक्चर पैलेस से देहरादून जाने वाला यातायात बड़े मोड़ से होते हुए वाइनबर्ग एलन स्कूल से टिहरी बाईपास होते हुए जेपी बैंड व बार्लोगंज से देहरादून जाएगा।
– पिक्चर पैलेस स्थित होटलों को जाने वाले वाहन पिक्चर पैलेस बैरियर से ग्रीन चेक व ग्रीन चेक से कैमल्स बैक रोड होते हुए अपने होटलों को जा सकेंगे।
– माल रोड पर वाहनों की पार्किंग पूरी तरह से बंद रहेगी।यह रहेगा अतिरिक्त पुलिस बल
दरोगा- 14
कांस्टेबल-42
महिला कांस्टेबल- 05
पीएसी- 01 प्लाटून डेढ़ सेक्शन
मसूरी और नैनीताल में ट्रैफिक की चार-चार टीमें रहेंगी अलर्ट
नए साल का जश्न मनाने पहाड़ों पर आने वाले सैलानियों को कोई समस्या न हो इसके लिए यातायात पुलिस ने तैयारियां की हैं। यातायात निदेशक केवल खुराना ने नैनीताल और मसूरी में यातायात पुलिस की चार-चार टीमें नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं।
सोमवार को यातायात निदेशक केवल खुराना ने हरिद्वार, देहरादून और नैनीताल के अधिकारियों के साथ फोन पर बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोविड की गाइडलाइनों को ध्यान में रखते हुए सारी तैयारियां की जानी हैं। चूंकि, एक जगह लोगों के इकट्ठा होकर जश्न मनाने पर रोक है, लेकिन नैनीताल, ऋषिकेश, मसूरी आदि में सैलानी बड़ी संख्या में पहुंचेंगे। ऐसे में रास्ते के जाम और शहरों में यातायात समस्या को खत्म करने के लिए ट्रैफिक पुलिस को मुस्तैद रहना होगा।
निदेशक ने बताया कि दोनों बड़ी जगहों पर चार-चार टीमों को तैनात किया जा रहा है। इन टीमों पर यातायात समस्या के अलावा प्रवर्तन की जिम्मेदारी भी होगी। मसलन ओवर स्पीड, नशे की हालत में वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान बड़े और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर इंटसेप्टर भी तैनात की जाएगी। साथ ही भीड़ नियंत्रण के लिए सिविल पुलिस के साथ मिलकर एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए।
पिछले साल मसूरी में लगा था लंबा जाम
पिछले साल मसूरी में लंबा जाम लगा था। नए साल और साथ में हुई बर्फबारी के चलते सैलानियों की संख्या अचानक बढ़ गई थी। ऐसे में अधिकारियों को वहां पर पूरी रात ही ड्यूटी करनी पड़ी थी। जबकि, सैकड़ों सैलानियों को नया साल अपनी गाड़ी में ही मनाना पड़ा था।