हाल ही में दूरदर्शन पर प्रसारित हुए रामायण के री-टेलीकास्ट को काफी पसंद किया गया और रामायण ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिया। रामानंद सागर की रामायण ऐसा शो बनकर उभरा कि पिछले पांच सालों में यानी साल 2015 से लेकर अब तक जनरल एंटरटेनमेंट कैटगरी के मामले में यह बेस्ट सीरियल बना। रामायण की वजह से दूरदर्शन की टीआरपी में भी काफी उछाल आया और यहां तक कि विश्व स्तर पर भी रामायण को पहचान मिली।
कई रिपोर्ट्स के अनुसार रामायण को 250 मिलियन यानी 25 करोड़ यूनिक व्यूज मिले, जो कि ऐतिहासिक है। रामायण की इस सफलता के बाद प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने प्रसारण से पहले ऑफिस में शेयर किए गए अपने प्रस्ताव के बाद मिले लोगों के रिएक्शन के बारे में बताया है। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने रामायण के रीटेलीकास्ट का प्रस्ताव दिया तो उन्हें मजाक भी सुनना पड़ा, लेकिन वो इस फैसले पर आगे बढ़े।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉकडाउन की घोषणा के बाद जब यह प्रस्ताव किया गया तो अन्य लोग मजाक बना रहे थे और कह रहे थे कि इसे कौन देखने वाला है? इसके बाद शशि शेखर ने समझाया कि भारत अलग है। यह सिर्फ अंग्रेजी बोलने वाला वर्ग ही नहीं है, जबकि इससे भी अलग है। बता दें कि रामायण को लॉकडाउन के दौरान काफी पसंद किया गया और डीडी कई सप्ताह तक टीआरपी में नंबर एक पर रहा।
रामायण के बाद हुए उत्तर रामायण के प्रसारण को भी काफी पसंद किया गया था। वहीं दुनिया भर में 16 अप्रैल को प्रसारित हुए एपिसोड को 7.7 करोड़ दर्शकों ने देखा, जिसके बाद यह सबसे अधिक देखा जाने वाला धारावाहिक बन गया। अगर 16 अप्रैल की बात करें तो इस दिन रामायण में मेघनाद द्वारा लक्ष्मण को शक्ति बाण मारने के बाद का हिस्सा दिखाया गया था। अगर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर रेटिंग्स देखें तो टॉप 3 में रामायण, उत्तर रामायण और महाभारत रहे थे।