सोनिया बालियान
देहरादून। मीडिया द्वारा कमेटी अध्यक्ष हाकिम खान से ली गयी जानकारी आप भी सुने मुस्लिम सेवा संगठन के नाम से होता है देहरादून का हिन्दू मुस्लिम भाईचारा कमजोर। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नईम कुरैशी हर साल की तरह इस बार भी धामावाला मस्जिद में बैठकर अनियोजित कार्यालय की तरह भीड़ लगाना चाहता था, कमेटी का कहना है कि कोरोना जैसी बीमारी पर प्रशासन द्वारा लॉकडाउन दिशा निर्देशों पर ही मस्जिदे चल रही है नईम कुरैशी मनमानी करना चाहता था पर कमेटी व कमेटी अध्यक्ष ने उसकी चलने नहीं दी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोप है कि इसी मस्जिद की कमेटी में रहते हुए नईम कुरैसी द्वारा बड़ा हेरा-फेरी किया गया था, जिससे समुदाय के लोगांे में खासी नाराजगी भी बनी हुई है। आसिफ हुसैन खुद ही जांच के घेरे में है और नईम कुरैशी के मस्जिद के सच को दिखाने की बात कर रहा है अगर आसिफ हुसैन में वाकई सच्चाई दुनिया के सामने लाने का मादा है तो वह यह भी बताए कि नईम कुरैशी जैसे अपराधिक व्यक्ति को राजभवन लेकर जाने के पीछे उसकी क्या मंशा थी। वर्ष 2019 के 26 जनवरी के कार्यक्रम में वह रमीज नाम के व्यक्ति को क्यों ले गया।
सूत्रों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही जानकारियांे पर जल्द ही हमारे द्वारा खुलाशा किया जाएगा।
एक पत्रकार द्वारा नईम कुरैशी को क्यों पत्रकार बनाकर राजभवन ले जाया गया था। नईम कुरैशी द्वारा पुलिस के नाम पर कितने लोगों से रुपये ठगे गए व कितने लोगों के साथ कैसे-कैसे धोखाधड़ी की गई व इसमें शामिल एक उसके मित्र की संदिग्ध। राजभवन द्वारा आयोजित 9 नवम्बर उत्तराखंड स्थापना दिवस के कार्यक्रम में नईम कुरैशी नाम के व्यक्ति को पत्रकार बनाकर ले जाया गया था जिसकी शिकायत आसिफ कुरैशी द्वारा डीजी लॉ एंड ऑर्डर व राजभवन को की गई थी जिसकी जाँच अभी लॉकडाउन की वजह से विचाराधीन है।