कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के चलते उत्तर प्रदेश सरकार की कमाई को तगड़ा झटका लगा है। ऐसे में बेपटरी हुई अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए योगी सरकार अब कुछ अहम फैसला लेने की तैयारी कर रही है। इसी क्रम में बुधवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ाने के साथ ही शराब की कीमतों को भी बढ़ाने पर फैसला लिया जा सकता है। इसके अलावा लोगों को राहत देने के लिए भी कई घोषणाएं हो सकती हैं।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार, दिल्ली की तरह यहां भी शराब पर विशेष कोरोना शुल्क लगा सकती है। वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए पेट्रोल और डीजल पर भी जल्द टैक्स बढ़ाने की तैयारी है। दरअसल, लॉकडाउन के चलते अप्रैल में उम्मीद से बेहद कम वार्षित लक्ष्य का मात्र 1.2 फीसद कर राजस्व ही सरकार को मिला है। बताया जा रहा है कि राजस्व में भारी कमी को देखते हुए राज्य सरकार शराब की दुकानें खोलने के साथ ही शराब पर अतिरिक्त कोरोना शुल्क लगाने की तैयारी में है। इसके साथ ही पेट्रोल-डीजल पर टैक्स बढ़ाने की तैयारी में भी है। तीन से पांच रुपये लीटर तक तेल महंगा हो सकता है।
राज्य में शराब और पेट्रोल-डीजल पर टैक्स बढ़ाने के संबंध में वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना का कहना है कि वित्तीय वर्ष में कर राजस्व से 166021 करोड़ की आय का लक्ष्य है, लेकिन पहले महीने में मात्र 2012.66 करोड़ रुपये ही आए हैं। राजस्व में भारी कमी को देखते हुए सरकार अतिरिक्त संसाधन जुटाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। वित्तीय संकट होने के बावजूद समय से सभी को वेतन-पेंशन दिया गया है। वेतन-पेंशन देने के लिए ही प्रतिमाह 12500 करोड़ रुपये चाहिए होते हैं।