क्रेडिट कार्ड आज के वक्त में बहुत जरूरी वित्तीय साधन बन गया है। इसे सबसे अच्छे वित्तीय उत्पादों में से एक माना जाता है, क्रेडिट कार्ड के जरिए व्यक्ति लगभग 50-60 दिनों तक कुछ खरीदारी करके बिना ब्याज दिए अपना बिल चुका सकता है। क्रेडिट कार्ड मिलने की कई शर्तें हैं, जैसे लोगों को एक निश्चित स्तर की आय, बेहतर रीपेमेंट, क्रेडिट स्कोर, रोजगार की स्थिति और कई अन्य वजहों से दिए जाते हैं। अगर कोई व्यक्ति एक कार्ड का इस्तेमाल कर रहा है और उसे दूसरा कार्ड चाहिए तो इसके लिए ग्राहक को एक अच्छा क्रेडिट स्कोर, क्रेडिट कार्ड के बिलों का समय पर रीपेमेंट का होना बेहद जरूरी है। हालांकि, बिना जॉब वालों को भी क्रेडिट कार्ड मिल जाता है।
कई मर्तबा ऐसा होता है कि अच्छा क्रेडिट स्कोर न होने की वजह से बैंक या क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली कंपनी दूसरा क्रेडिट कार्ड देने से मना कर देती है। इसके अलावा, रीपेमेंट में चूक, क्रेडिट कार्ड बिल को लगातार आगे बढ़ाते रहना, केवल मिनिमम बकाए का भुगतान करना इन सबकी वजह से भी बैंक आपको दूसरा क्रेडिट कार्ड देने से मना कर सकते हैं।
अगर किसी व्यक्ति को दूसरा क्रेडिट कार्ड चाहिए और बैंक से उसे नहीं मिल रहा है, तो उस व्यक्ति को सबसे पहले अपने पहले क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट बढ़ाने पर बैंक से बात करना चाहिए। इसके अलावा व्यक्ति अपने मौजूदा क्रेडिट कार्ड से खरीदारी की लिमिट बढ़ा दे। साथ ही रीपेमेंट हिस्ट्री बेहतर रखने पर जोर देना चाहिए।
आप बैंक से पूछ सकते हैं कि वह दूसरा क्रेडिट कार्ड क्यों नहीं इशू कर रहा है, इसकी वजह क्या है? यदि दूसरा क्रेडिट कार्ड किसी अन्य बैंक की ओर से अस्वीकार कर दिया जाता है, तो व्यक्ति अपने खर्च, बिल भुगतान, चल रहे लोन साइकिल और EMI को एक बार फिर जांच सकता है। बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान बेहतर रीपेमेंट ज्यादा खर्च और ज्यादा आय वाले व्यक्ति से ज्यादा खुश रहते हैं।