कोरोना वायरस के चलते जहां एक ओर देशभर के लोग भारी मुसीबत के दौर में जी रहे हैं, वहीं खबर आ रही है कि इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (Islamic State of Iraq and Syria) राजधानी दिल्ली में हमले कर सकता है। दिल्ली पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ISIS के गुट दिल्ली में लॉकडाउन की वजह से जगह-जगह ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर हमले की साजिश रच रहे हैं।
बता दें कि ISIS को दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी सगठनों में गिना जाता है। इनकी आतंकी गतिविधियों ने कई देशों को तबाह करके रख दिया है।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की मानें तो कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी में तैनात पुलिस जवानों को आतंकी संगठन ISIS अपना निशाना बना सकता है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली में लॉकडाउन होने की स्थिति में ड्यूटी के दौरान दिल्ली में कानून और व्यवस्था बनाए रखने को लेकर जो पुलिसकर्मी विभिन्न पिकेट, बैरिकेड्स, चेकपोस्ट पर तैनात हैं, उन्हें ISIS गुटों द्वारा निशाना बनाया जा सकता है।
इस सूचना के सामने आने के बाद पुलिस उपायुक्त, विशेष प्रकोष्ठ (Deputy Commissioner of Police, Special Cell) ने कहा है कि फील्ड स्टाफ को नए हालात के मद्देनजर जल्द ही ब्रीफ किया जा सकता है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi ) के एलान के बाद 25 मार्च की रात 12 बजे से दिल्ली समेत पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है। इसके तहत दिल्ली में भी जगह-जगह सुरक्षा कड़ी करने के साथ पुलिस जवानों को तैनात किया गया है।
दिल्ली बॉर्डर सील, पुलिस ने कसा शिकंजा
लॉकडाउन होने के बाद से ही उत्तर प्रदेश और हरियाणा के लगते दिल्ली बॉर्डर पुलिस ने सील कर दिए हैं। जगह-जगह चेकिंग के बाद ही बेहद जरूरी काम या फिर ड्यूटी के लिए जा रहे लोगों को आने-जाने दिया जा रहा है। इसी के साथ पुलिस ऐसे लोगों की भी मदद कर रही है, जो लाचार हैं-गरीब हैं। कई जगहों पर पुलिस खाना तक बांट रही है।
वहीं, दिल्ली के साथ देश के अन्य राज्यों में भी कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होने की खबरें सामने आ रही हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार तो देशभर में कुल 1397 मामले सामने आ चुके थे, जबकि इनमें से 146 नए थे।
वहीं, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) के मुताबिक, अब तक कोविड-19 से 35 लोगों की जान जा चुकी हैं तो 123 लोग पूरी तरह ठीक होकर अपने घर भी जा चुके हैं।