खुफिया ब्यूरो के अधिकारी अंकित शर्मा के हत्याकांड (Intelligence Bureau official Ankit Sharma’s murder Case) में पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आ गई है। इसमें अंकित शर्मा की मौत की वजह ब्रेन हेमरेज बताया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, अंकित शर्मा फेफड़ों और मस्तिष्क में चोटों के कारण हुए रक्तस्राव की वजह से मौत हुई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि हिंसक भीड़ ने अंकित शर्मा पर धारदार हथियारों से हमला किया था। अधिकारी के शरीर पर चोटों के कई घाव मिले हैं।
अंकित पर सलमान ने चाकू से किए थे तीन वार
वहीं, क्राइम ब्रांच को अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपित हसीन उर्फ सलमान उर्फ मुल्ला उर्फ नन्हें ने आइबी सिपाही अंकित शर्मा पर चाकू से तीन वार किए थे। इससे पहले ताहिर के यहां मौजूद भीड़ अंकित की बुरी तरह से पिटाई कर चुकी थी। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि ताहिर ने अंकित पर हमला किया या नहीं किया।
सलमान के बारे में जानकारी स्पेशल सेल को मूसा नाम के बदमाश का मोबाइल फोन इंटरसेप्ट करने के दौरान मिली थी। दरअसल दंगे के दौरान चांद बाग निवासी बदमाश मूसा का मोबाइल फोन स्पेशल सेल ने सर्विलांस पर लगा रखा था। उसकी बातचीत सुनी जा रही थी, जिसमें सलमान का नाम सामने आया। इस पर सलमान का फोन भी सर्विलांस पर लगा दिया गया। इसमें वह फोन पर किसी को बता रहा था कि उसने एक को गोद दिया है। इस बातचीत के आधार पर ही स्पेशल सेल ने शिकंजा कसा और बृहस्पतिवार को चांद बाग इलाके से सलमान को दबोच लिया। वह मूलरूप से अलीगढ़ का रहने वाला है। यमुनापार में वह नंदनगरी स्थित सुंदरनगरी में रह रहा था।
पूछताछ में उसने बताया कि दंगे के दौरान अफवाह फैली कि मुस्लिम परिवार के चार साल के बच्चे की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई। इससे चांद बाग में समुदाय विशेष के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और वह उपद्रव करने लगे। इस बीच करावल नगर रोड पर चांद बाग पुलिया के पास पत्थरबाजी हो रही थी। इसी बीच उसने देखा कि सैकड़ों लोग ताहिर हुसैन के घर के बाहर जमा होकर पत्थरबाजी कर रहे हैं। वहीं कुछ युवक एक शख्स को पीटने के साथ ही घसीट रहे थे। वह अंकित थे, जिनके कपड़े फट चुके थे। इसके बाद आवेश में आकर उसने भी चाकू से अंकित पर तीन वार किए थे।
आइबी कांस्टेबल के परिवार से मिले आप नेता
आइबी जवान अंकित शर्मा के परिवार से शुक्रवार को AAP नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल मिला। इसमें आप के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक, निगम पार्षद मनोज त्यागी व अन्य नेता रहे। नेताओं ने परिवार को सांत्वना दी। दुर्गेश पाठक ने परिवार को भरोसा दिलाया कि सरकार परिवार की हर संभव मदद करेगी।