दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों पर देशभर की निगाहें टिकी हुई हैं। सभी दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती हुई दिख रही है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी भी सरकार बनाने का दावा कर रही है।
मतगणना से पहले सभी नेताओं ने भगवान को याद किया। भाजपा के राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने हनुमान मंदिर में पूजा की। मनीष सिसोदिया की मां ने तिलक लगाकर उनको जीत का आशीर्वाद दिया।
Delhi Assembly Election Politicial Reaction Live
- दिल्ली चुनाव नतीजों पर समाजवादी पार्टी से अखिलेश यादव ने कहा कि दिल्ली चुनाव परिणाम का संदेश पूरे देश में जाएगा। पूरे देश की जनता एक बार फिर किसान, गरीब, नौजवान, विकास और खुशहाली के लिए मतदान करेंगे। ये जो नफरत की राजनीति भाजपा बहुत दिनों से कर रही है उसमें वे असफल रहेंगे।
- आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने कहा है कि दिल्ली में नफरत की राजनीति नहीं चलेगी बल्कि अरविंद केजरीवाल की जो काम करने वाली देशभक्ति है उसकी राजनीति चलेगी। दिल्ली की जनता इतिहास बनाने जा रही है।
- आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि दिल्ली के लोगों ने हमारे मॉडल को स्वीकार किया है। भाजपा उम्मीदवार की तुलना में मुझे दोगुना वोट मिल रहे हैं
- महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर कहा, ‘ दिल्ली चुनाव नतीजों के शुरुआती रुझान दिखा रहे हैं कि घमंड की हार हुई है, विश्वास और विकास को जीत मिली है।
- महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक: दिल्ली चुनाव नतीजों के शुरुआती रुझान दिखा रहे हैं कि घमंड की हार हुई है, विश्वास और विकास को जीत मिली है। दिल्ली के लोगों ने भाजपा को ‘एंटी नेशनल’ घोषित किया है।
- भाजपा नेता रमेश खन्ना ने कहा कि हम ही जीत रहे हैं हमारी ही सरकार बनेगी। हमारा अनुभव है कि लोगों का मन सरकार बदलने का है इस बार बीजेपी सरकार आने वाली है।दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हम आज जीत के लिए आश्वस्त हैं क्योंकि हमने पिछले 5 सालों में लोगों के लिए काम किया है।
- दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी ने कहा है कि मैं नर्वस नहीं हूं। मुझे विश्वास है कि यह बीजेपी के लिए अच्छा दिन होगा। हम आज दिल्ली में सत्ता में आ रहे हैं। अगर हम 55 सीटें जीतते हैं तो आश्चर्यचकित न हों।
गौरतलब है कि साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीती थी, वहीं बीजेपी को महज तीन सोंटो सं संतोष करना पड़ा था। कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था।