ऑपरेशन सिंदूर के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर काफी चर्चाएं हो रही है.आपको जानकर हैरानी होगी कि सोफिया कुरैशी के पति ताजुद्दीन बागेवाड़ी भी भारतीय सेना में तैनात हैं. जानते हैं उनके परिवार के बारे में सब कुछ..

VS CHAUHAN FOR NEWS EXPRESS INDIA

ऑपरेशन सिंदूर में हिस्सा लेने वाली कर्नल सूफिया कुरैशी कर्नाटक के बेलगाम की बहू हैं. सूफिया के पति ताजुद्दीन बागेवाड़ी बेलगाम जिले के गोकक तालुक के कोन्नूर गांव से हैं. फिलहाल इस वक्त सोफिया का परिवार गुजरात के बड़ोदरा में रह रहा है.वडोदरा. पूरे देश के साथ गुजरात के वडोदरा शहर का सीना गर्व से चौड़ा हो गया, जब उनकी अपनी बेटी, कर्नल सोफिया कुरैशी (Sophia Qureshi) ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर राष्ट्र को संबोधित किया. यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भारत का जवाब था. यह कहानी है एक ऐसी महिला की जिसने साइंस की दुनिया से निकलकर देश सेवा सेवा के लिए सेना की वर्दी पहनी और आज लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं.

उन्होंने कहा कि मेरे दादा जी जो आर्मी में ही थे कहते थे ‘वयं राष्ट्रे जागृयाम’, यह हम सभी नागरिक की जिम्मेदारी है कि हम अलर्ट रहें, अपने देश के लिए खड़े हों और अपने राष्ट्र का बचाव करें।

क्या करते हैं पति

कर्नल सोफिया कुरैशी के पति ताजुद्दीन बागेवाड़ी मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री में अधिकारी हैं.  मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री, एक ऐसी पैदल सेना होती है, जो युद्ध के मैदान में गति और ताकत के लिए वाहनों का इस्तेमाल करती है.  ताजुद्दीन बागेवाड़ी बेलगावी के गोकक तालुक के कोन्नूर गांव के रहने वाले हैं.

एक गौरवशाली सैन्य विरासत

कर्नल कुरैशी एक एक तीसरी पीढ़ी की सैन्य अधिकारी है. उनके दादाजी ने भारतीय सेना में सेवा दी, और उनके पिता ताज मोहम्मद कुरैशी भी इलेक्ट्रॉनिक और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर में थे और 1971 के युद्ध में हिस्सा ले चुके थे. इतना ही नहीं, उनके नाना ने भी ब्रिटिश भारतीय सेना में और बाद में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया था. उनके पिता ताज मोहम्मद कुरैशी गर्व से कहते हैं, ‘वयं राष्ट्र जागृयाम’ (हम राष्ट्र को जगाए और जीवित रखेंगे). हम पहले भारतीय है, और फिर हिंदू या मुस्लिम. वहीं, कर्नल कुरैशी की मां हनीमा भी अपनी बेटी पर बहुत गर्व करती हैं. वह कहती कहती है, सिंदूर का महत्व तो महिलाएं ही जानती हैं. मेरी बेटी का बेटा, जो 15 साल का हो गया है, वह भी वायुसेना में जाने की तैयारी कर रहा है.

कर्नल सोफिया की बहन शबाना कुरैशी ने कहा कि हमारे अंदर आर्मी परिवार का खून है. जब से हमें पता चला है कि पाकिस्तान पर अटैक हुआ, तब से हमारे परिवार में जश्न का माहौल है. वहीं उन्होंने भारत में रहने वाले मुस्लिमों को लेकर सवाल उठाने पर कहा कि हम ऐसे लोगों के लिए मुंहतोड़ जवाब है. हम न मुस्लिम है न हिन्दू हैं…हम सिर्फ भारतीय हैं. वहीं हमारे खून में बसा है. हमारे दादा नाना सभी आर्मी से संबंध रखते हैं. ऐसे लोगों को क्या जवाब दिया जा सकता है?

कर्नल सोफिया कुरैशी की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर’ की मीडिया ब्रीफिंग में भाग लेने के बाद, उनके ससुर गौसाब बागेवाड़ी का बयान हर भारतीय के दिल को छू गया. कर्नाटक के बेलगावी जिले के कोन्नूर गांव से ताल्लुक रखने वाले गौसाब साहब ने कहा,”मेरी बहू ने मुझे गौरवान्वित किया है. वह करीब छह महीने पहले गांव आई थी. आज गांव के लोग मुझे मिलकर बधाई दे रहे हैं. मैं बहुत खुश हूं.” उन्होंने अपने बेटे से बात की, जो खुद भारतीय सेना में अधिकारी हैं तो उन्होंने आश्वस्त किया और कहा कि उसे लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.

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