Rajender Singh for NEWS EXPRESS INDIA
अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) को लेकर उत्तराखंड के लगभग सभी जिलों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. आक्रोशित जनता सड़कों पर उतर कर दोषियों के लिए फांसी की मांग कर रही है. वहीं, इस घटना के बाद अभियान चलाकर राजधानी देहरादून के होटल, रेस्टोरेंट और रिजॉर्ट के दस्तावेजों की पड़ताल की जा रही है. अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद अवैध चल रहे होटल और रिजॉर्ट को लेकर मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण यानी एमडीडीए (MDDA) एक्शन मोड में आ गया है. उसके द्वारा सत्यापन अभियान शुरू किया गया है.
प्रदेश भर में अभी तक 350 से ज्यादा होटल एवं रिजॉर्ट पर कार्रवाई की जा चुकी है. उनमें अनियमितताएं पाए जाने पर चालान किया जा रहा है.
देहरादून के तहसील चौक स्थित होटल रिलैक्स के संचालक अख्तर हुसैन का कहना है कि एमडीडीए के द्वारा जो कार्रवाई की जा रही है, यह हर साल होनी चाहिए क्योंकि सरकार की निगरानी में होटल-रिजॉर्ट चलेंगे तो ऐसे अनैतिक काम नहीं होंगे. वहीं, समाजसेवी यशवीर आर्य का कहना है कि एमडीडीए और अन्य जगहों पर प्राधिकरण या प्रशासन के द्वारा अब जो यह सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है, वो बहुत पहले होना चाहिए था.
एमडीडीए के सचिव मोहन सिंह बर्निया ने बताया कि देहरादून के बीच में हो या नदियों के किनारे बनाए गए होटल-रिजॉर्ट हों, जो मानकों को ताक पर रखकर बनाए गए हैं, उन्हें एक-एक कर नोटिस भेजा जा रहा है और उन पर कार्रवाई की जा रही है. हर एक सेक्टर में होटल और रिजॉर्ट का सत्यापन किया जा रहा है. अब तक प्रदेश में 350 से ज्यादा होटलों और रिजॉर्ट के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. आगे भी यह अभियान जारी रहेगा.