अंकिता के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं।हत्याकांड को लेकर समूचे उत्तराखंड में गम और गुस्सा है।

VSCHAUHAN for NEWS EXPRESS INDIA

भाजपा नेता के बेटे के रिसार्ट की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी का शव शनिवार को चीला बैराज से बरामद कर लिया गया। अंकिता को रिसार्ट मालिक पुलकित आर्या ने छह दिन पहले अपने स्टाफ की मदद से जिंदा चीला नहर में फेंक दिया था। एम्स ऋषिकेश के डाक्टरों के पैनल से शव का पोस्टमार्टम कराया गया।

इसमें मृतका के शरीर पर चोट के निशान पाए जाने की बात सामने आई है। इस जघन्य हत्याकांड को लेकर समूचे उत्तराखंड में गम और गुस्सा है। लोगों ने जगह-जगह धरना प्रदर्शन किए। आक्रोशित भीड़ ने आरोपित के रिसार्ट में तोड़फोड़ और आगजनी की। रिसार्ट के एक हिस्से से किया धवस्‍त

शुक्रवार रात से शनिवार सुबह तक अलग-अलग चरणों में रिसार्ट के एक हिस्से को बुलडोजर से धवस्त भी कर दिया गया। बुलडोजर किसने चलाया, इसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर किसी ने नहीं ली। अलबत्ता, श्रेय लेने की होड़ जरूर दिखी।

इस बीच मुख्यंमत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर डीजीपी अशोक कुमार ने डीआइजी पी रेणुका देवी की अगुआई में मामले की जांच के लिए एसआइटी गठित की है। प्रशासनिक जांच पड़ताल में यह भी पता चला कि भाजपा नेता के बेटे का रिसार्ट अवैध रूप से संचालित हो रहा है। इस पर कार्रवाई की जाएगी। रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम कर रही थी अंकिता

भाजपा नेता विनोद आर्या के बेटे पुलकित आर्या के पौड़ी जिले के गंगा भोगपुर (यमकेश्वर) स्थित वनन्तरा रिसार्ट में इसी क्षेत्र की 19 वर्षीय अंकिता भंडारी रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम कर रही थी।28 अगस्त को की नौकरी ज्वाइन, 18 सितंबर हुई हत्‍या

28 अगस्त को उसने यहां नौकरी ज्वाइन की थी। आरोप है कि रिसार्ट मालिक पुलकित आर्या उस पर ग्राहकों के साथ संबंध बनाने के लिए दवाब बना रहा था। अंकिता के इन्कार करने पर उसने रिसार्ट के प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता की मदद से 18 सितंबर को हत्या कर दी थी।

शुक्रवार को तीनों आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ मामले का राजफाश हुआ। इसके बाद से पुलिस अंकिता का शव तलाश रही थी। शनिवार सुबह पुलिस और एसडीआरएफ के गोताखोरों ने चीला बैराज से अंकिता का शव बरामद हुआ।रविवार को शव का अंतिम संस्कार

जिसकी शिनाख्त उसके पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी और भाई अजय भंडारी ने की। ऋषिकेश एम्स में उसके शव का पोस्टमार्टम कराया गया। शव का अंतिम संस्कार रविवार को श्रीनगर गढ़वाल में किया जाएगा।

भाजपा नेता के बेटे की करतूत को लेकर क्षेत्र के लोग शुक्रवार को ही सड़कों पर उतर आए थे। शनिवार को इस घटनाक्रम को लेकर राज्यभर में लोगों का गुस्सा सामने आया। धरना-प्रदर्शन, रास्ता जाम कर लोगों ने अंकिता के हत्यारों को फांसी दिलाने और अवैध रूप से संचालित हो रहे रिसार्ट व होटलों पर कार्रवाई की मांग की। पूरे दिन यह क्रम चलता रहा। अंकिता के शव के पोस्टमार्टम के दौरान भारी भीड़ एम्स ऋषिकेश के बाहर डटी रही।

रिसार्ट के एक हिस्से पर बुलडोजर किसने चलवाया, यह सच सामने आना अभी बाकी है। लेकिन इसको लेकर यमकेश्वर की विधायक रेनू बिष्ट को विरोध झेलना पड़ा। दरअसल, विधायक ने सुबह इंटरनेट मीडिया पर यह दावा किया था कि उन्होंने आरोपित के रिसार्ट पर जेसीबी चलवा दी है।साक्ष्य नष्ट कराने का आरोप

इसके बाद जब विधायक मृतका के स्वजन को सांत्वना देने के लिए एम्स पहुंचीं तो भीड़ ने उनके विरुद्ध नारेबाजी शुरू कर दी। भीड़ में शामिल लोगों का आरोप था कि रिसार्ट पर बुलडोजर चलवाकर विधायक ने साक्ष्य नष्ट कराने का प्रयास किया है।

प्रदर्शनकारियों में से किसी ने उनकी कार पर पत्थर फेंककर शीशा तोड़ दिया। इस पर विधायक वहां से लौट गईं। कुछ देर बाद महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल को भी प्रदर्शनकारियों ने वहां से लौटा दिया। बुलडोजर चलाने व आगजनी की हो रही जांच

जिलाधिकारी पौड़ी विजय कुमार जोगदंडे के आदेश पर रिसार्ट को सील कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अंकिता के शव को उसके स्वजनों की इच्छानुसार अंतिम संस्कार के लिए श्रीनगर भेज दिया गया है। रिसार्ट पर बुलडोजर चलाने व आगजनी की जांच की जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *