तीन हसीनाएं जो गैंगस्‍टर यशपाल तोमर के इशारे पर हनी ट्रैप में लोगों को फंसाती थीं. उत्तराखंड STF को तलाश, ऐसे बना अरबों की संपत्ति का मालिक .

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उत्तराखंड एसटीएफ को शीतल, रेशमा और किरन नाम की उन लड़कियों की तलाश है, जो गैंगस्‍टर यशपाल तोमर के इशारे पर हनी ट्रैप में भोले भाले लोगों को फंसाती थीं. यही नहीं, जो लोग युवतियों के इशारे पर चले उनकी संपत्ति तोमर के पास पहुंच गई और जो नहीं नहीं चले वो आज भी जेलों में बंद हैं. वैसे अब तक गैंगस्‍टर की 200 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्‍त को चुकी है.

बहरहाल, अरबों की संपत्ति बनाने वाले जेल में बंद गैंगस्टर यशपाल तोमर मामले में अब एसटीएफ उसका साथ देने वाले लोगों की तलाश कर रही है, जिसमें शीतल, रेशमा और किरन नाम की लड़कियां भी शामिल हैं, जिन्होंने हनी ट्रैप मामले में लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाया है. इसमें से शीतल ने यूपी के अलग अलग थानों में 7 लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाये हैं, तो रेशमा ने ऋषिकेश में दुष्‍कर्म का एक मुकदमा और किरन ने राजस्थान में दो अलग अलग मामलों में लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. यही नहीं, ये तीनों फर्जी मुकदमे दर्ज करवाने के बाद आज तक किसी को नहीं मिली हैं.

ऐसे यशपाल तोमर बना अरबों की संपत्ति का मालिक
यशपाल तोमर ने फर्जी मुकदमों में फंसा कर यूपी, हरियाणा, दिल्ली, और उत्तराखंड में विवादित जमीनों को हड़पने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ी. इसके साथ वह अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह बन बैठा. दरअसल यशपाल तोमर की नजर हमेशा उन संपत्तियों पर रहती थी जिन पर कुछ विवाद चल रहा हो. इसके लिए वह एक पक्ष को पकड़ कर दूसरे पक्ष पर फर्जी मुकदमे दर्ज करवाता था. इसमें उसका साथ देने वाली कुछ हसीन बालाओं को आगे किया जाता था. इसके बाद वह लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर उनकी संपत्ति पर या तो कब्जा करता था या फिर फर्जी मुकदमे दर्ज करवाता था. इन हसीन बालाओं ने पीड़ि‍ता बनकर उत्तराखंड, यूपी और राजस्थान में करीब 12 दुष्‍कर्म के मुकदमे दर्ज करवाये हैं.

तौमर के साथ थी अपनी मेडिकल टीम
हनी ट्रैप में लोगों फंसाने के लिए तोमर ने अपने पास एक मेडिकल टीम थी, जो फर्जी मेडिकल बनाती थी. इसमें यूपी के बागपत जिले में सरकारी अस्पताल के कुछ मेडिकल स्टाफ भी शामिल हैं. साथ ही मुकदमे दर्ज करवाने के लिए तोमर का साथ देने के लिए कुछ पुलिसवाले भी थे जो मेरठ में अलग अलग थानों में कभी इंचार्ज रहे हैं. इसमें इंस्पेक्टर सुभाष अत्री को मेरठ एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया तो रिटायर्ड इंस्पेक्टर ऋषि राम कटारिया पर जांच जारी है.

एसटीएफ एसएसपी ने कही ये बात
वहीं, इस मामले में एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह का कहना है कि फिलहाल अरबों की संपत्ति का मालिक गैंगस्टर यशपाल तोमर हरिद्वार जेल मे बंद है. वहीं, उसकी 200 करोड़ रुपये की चल अचल संपत्ति मेरठ पुलिस, गौतमबुद्ध नगर पुलिस और उत्तराखंड एसटीएफ ने कुर्क कर ली है. हालांकि अभी एसटीएफ को तौमर का साथ देने वाली तीनों लड़कियों की तलाश है.

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