उसने पत्नी के गैंगरेप आरोपी से ऐसा लिया बदला,बटन स्टार्ट करते ही आरोपी के उड़े चिथड़े. बाकी भी हो गए गिरफ्तार.

Amit  Kumar for NEWS EXPRESS INDIA

यह घटना एमपी के रतलाम जिले की जहां समय पहले एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के साथ हुए गैंगरेप का बदला इस तरह से लिया. गैंगरेप को अंजाम देने वाले व्यक्तियों में से उस एक  ने कभी सोचा नहीं होगा उसके पीछे बदला लेने के लिए कोई व्यक्ति ऐसा भी कर सकता है. बदला लेने वाले व्यक्ति ने कई महीने इंतजार किया और फिर उस आरोपी को अंजाम तक पहुंचा दिया. एमपी के रतलाम जिले में सुरेश ने अपनी पत्नी के साथ हुए गैंगरेप का बदला लिया. उसने  फिल्मी स्टाइल में बदला लेते हुए आरोपी को मौत के घाट उतार दिया. पहले हमले में जब आरोपी नहीं मरा ताे छह महीने बाद फिर से हमला करके अपना ‘बदला’ लिया. मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने पति को गिरफ्तार कर लिया है जबकि गैंगरेप के बचे अन्य दो आरोपियों को भी पकड़ा है. उसने अपना बदला तो ले लिया लेकिन कानून की नजर में किसी की हत्या करना भी अपराध है इसलिए पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया और हमला करने के लिए विस्फोटक देने वाला भी गिरफ्त में है.

पूरी घटना इस प्रकार है कि जिला रतलाम के रत्तागड़खेड़ा गांव में कुछ दिन पहले एक किसान लाल सिंह ने अपने खेत पर पहुंचा. खेतों में सिंचाई के लिए उसने जैसे ही ट्यूबवेल स्टार्ट कियाऔर  उसके चिथड़े उड़ गए.पूरे गांव में हड़कंप मच गया.  घटना वाली जगह पर पुलिस पहुंची. और पुलिस ने अपनी कार्रवाई करते हुए जांच की शुरुआत की. पुलिस को प्रारंभिक जांच में ही शक हो गया कि यह हत्या है. पुलिस ने उस गांव से ही जात की शुरुआत की. गांव वालों से पूछताछ की और जांच में पता चला कि गांव का ही एक युवक घटना वाले दिन से परिवार के साथ गायब है. पुलिस ने उस युवक की खोजबीन शुरू कर दी. पुलिस को उस युवक का मोबाइल नंबर मिल गया. और फिर पुलिस ने उसका मोबाइल ट्रैसिंग से उसका पता लगाया. उसका पीछा करते हुए उसको धर- दबोचा. पुलिस ने सख्ती के साथ पूछताछ की आखिर में पूछताछ करने पर वह टूट गया और पूरा खुलासा किया. उसने बताया कि उसने विस्फोटक को मोटर के स्टार्टर से जोड़ा था और जैसे ही लाल सिंह ने बटन दबाया वहां विस्फोट हो गया.

क्यों रची खूनी साजिश 

लाल सिंह की हत्या में गिरफ्तार सुरेश ने बताया कि एक साल पहले पूर्व सरपंच भवरलाल, लाल सिंह और दिनेश ने उसकी पत्नी के साथ गैंगरेप किया था. तीनों उसे भी धमकी दे रहे थे, इसके बाद उसने तीनों को मारने की कसम खाई. सबसे पहले उसने भवरलाल को मारने की कोशिश की थी. उसे भी इसी स्टाइल से मारना चाहता था, लेकिन उस समय कम विस्फोटक के कारण उसकी मौत नहीं हुई, इसके बाद 4 जनवरी रात 3 बजे वह लालसिंह के खेत पर पहुंचा. पेचकस और कुदाली से मिट्टी खोदी और 14 रॉड और डेट्रॉनेटर ट्यूबवेल के स्टार्टर से जोड़ दिया. इसके बाद सुबह जैसे ही लालसिंह ने स्टार्टर का बटन दबाया, उसके शरीर का चीथड़े उड़ गए.

भाग गया था मंदसौर

पुलिस ने बताया कि ग्रामीणों ने बताया कि  सुरेश लोढ़ा का व्यवहार घटना के पहले से संदिग्ध दिख रहा था. घटना के पहले ही वह बच्चों को मंदसौर के पास छोड़ आया था. घटना के बाद वह खुद भी वहीं चला गया. पुलिस ने जब पूछताछ की तो उसने हत्या करना कबूल कर ली.

विस्फोटक देने वाला भी गिरफ्तार

मामले में बद्रीलाल पिता रामेश्वर पाटीदार उम्र 40 साल निवासी सिमलावदा को भी गिरफ्तार किया गया है. उसने ही हत्या के लिए डेट्रोनेटर और जिलेटिन बेचा था. उसके पास इन विस्फोटक को बेचने का लाइसेंस भी नहीं है. एसपी ने यह भी बताया कि पुलिस ने जब आरोपी और अन्य ग्रामीणों से जांच के दौरान पूछताछ की तो पाया गया कि गांव में लगभग सभी को डेट्रोनेटर, जिलेटिन के द्वारा विस्फोट करने और उसके तरीके का ज्ञान है. ग्रामीण कुएं आदि खोदने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं.

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