Rajender Singh for NEWS EXPRESS INDIA
उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सीमा से सटे हुए नीति घाटी में इस समय जबरदस्त शीत लहरी का प्रकोप देखने को मिल रहा है. यहां नदी, नाले, झरने, रास्ते, पहाड़ हर तरफ सिर्फ बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है. बहते नाले हो या पहाड़ से गिरते झरने या फिर टपकती पानी की बूंदें… सब मोटे कठोर बर्फ में तब्दील हो चुकी है.
हालांकि तस्वीर हर किसी को जन्नत से कम नजर नहीं आएगी, लेकिन यहां सर्दी का सितम शुरू हो गया है. पारा माइनस -15 डिग्री तक लुढ़क चुका है. पूरी नीति घाटी इस समय सफेद चादर में लिपट चुकी है. सड़क मार्ग बर्फबारी के कारण बंद हो चुके हैं. जहां तक नजर घुमाओं सभी तरफ बर्फ की चादर बिछी है.
हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होते ही शुक्रवार को मनाली शहर और भरमौर मुख्यालय में इस सर्दी के सीजन की पहली बर्फबारी हुई। राजधानी शिमला पूरी तरह से शीतलहर की चपेट में आ गया है। शुक्रवार तड़के संजौली और नारकंडा में बर्फ के फाहे गिरे। पर्यटन स्थल कुफरी फिर सफेद हो गया। डलहौजी के लक्कड़ मंडी, डायनकुंड, कोठी और रोहतांग भी बर्फ से लकदक हो गए हैं। मैदानी जिलों में धुंध पड़ने से वाहनों की आवाजाही सुबह और शाम के समय प्रभावित हो रही है। न्यूनतम तापमान गिरने से सड़कों पर पानी जमने लगा है।
नीति घाटी में दिन के उजाले में भी पारा माइनस -10 तक लुढ़का हुआ है. बर्फबारी की वजह से सड़क मार्ग पूरी तरह से बंद हो चुकी है. सड़कों पर चलना भी खतरनाक साबित हो रहा है. इस समय नीति घाटी पूरी तरह से खाली हो चुकी है, लेकिन यहां भारतीय सेना और आईटीबीपी के जवान आज भी तैनात हैं.