बदरीनाथ हाईवे जोशीमठ और पीपलकोटी के बीच टंगणी में भारी मलबा आने से अवरुद्ध हो गया है। यहां यात्रियों को ले जा रही रोडवेज की बस फंस गई है। और 17 संपर्क मार्ग बंद चल रहे हैं।

VS CHAUHAN KI REPORT

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून सहित शुक्रवार को राज्य भर में बादल छाए हुए हैं और बारिश की प्रबल संभावना बन रही है। राजधानी देहरादून सहित कई इलाकों में शुक्रवार तड़के बारिश भी हुई। जिसके बाद दोहपर एक बजे फिर देहरादून में झमाझम बारिश शुरू हो गई। मसूरी में सुबह कोहरा छाया रहा। यहां भी बारिश का मौसम बना हुआ है। वहीं हरिद्वार, ऋषिकेश सहित कुमाऊं के लगभग सभी इलाकों में बादल लगे हुए हैं। हल्द्वानी में बारिश से कालाढुंगी रोड में  जलभराव हो गया।

बदरीनाथ हाईवे जोशीमठ और पीपलकोटी के बीच टंगणी में भारी मलबा आने से अवरुद्ध हो गया है। यहां यात्रियों को ले जा रही रोडवेज की बस फंस गई है। जिले में अभी मौसम सामान्य है और 17 संपर्क मार्ग बंद चल रहे हैं।

शुक्रवार की सुबह यमुनोत्री हाईवे चौड़ीकरण के कारण खरादी-कुथनौर के बीच बंद हो गया। जिससे आवाजाही बाधित हो गई। हालांकि बाद में मार्ग खोल दिया गया। यहां अभी भी पहाड़ से मलबा और बोल्डर आने का खतरा बना हुआ है। उत्तरकाशी में बादल छाए हैं। यहां रुक-रुककर हल्की बूंदाबांदी हो रही है। गंगोत्री हाईवे पर यातायात सुचारू है।

वहीं देहरादून-दिल्ली हाईवे भी मोहंड के पास चट्टान दरकने से करीब सवा घंटे बाधित रहा।

रोजाना हो रही बारिश के चलते देहरादून जिले के चकराता क्षेत्र में मोटर मार्गों का बंद होने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को भी क्षेत्र के पांच मोटर मार्ग यातायात के लिए बंद हो गए। जिसके चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।विगत रात हुई बारिश के बाद बागिया डाडू ग्रामीण मार्ग, पाटी ग्रामीण मार्ग, मागटी पोखरी ककनोई ग्रामीण मार्ग, बैराड़ ग्रामीण मार्ग, अणु चिल्हाड ग्रामीण मार्ग मलबा आने के कारण बंद हो गए।

जहां लोगों को कई किमी पैदल चल मुख्य मार्गों तक आना पड़ रहा है। वहीं लोगों की नकदी फसलें भी समय से मंडी नहीं पहुंच पा रही हैं। ग्रामीण मेहर सिह, भगत सिंह, कृष्ण दत्त, भोपाल दास, सब्बल सिंह आदि का कहना है कि इन दिनों गोभी, टमाटर, नाशपाती, सेब आदि फसल मंडी जा रही हैं, लेकिन बारिश के चलते रोजाना मार्ग बंद हो रहे हैं। जिससे इन्हें परेशानी हो रही है।

संपर्क करने पर अधिशासी अभियंता चकराता लोनिवि एम एस बेडवाल का कहना है कि सभी मार्गों को खोलने के निर्देश संबंधित अभियंताओं को दिए गए हैं

भारत-चीन सीमा क्षेत्र को जोड़ने वाले जोशीमठ-मलारी हाईवे के सुरांईथोटा में खुलने और बंद होने का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। यहां चट्टान से रुक-रुककर पत्थर और मलबा हाईवे पर आ रहा है, जिससे वाहनों की सुचारू आवाजाही में दिक्कतें आ रही हैं।

सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की जेसीबी के जरिए सुबह नौ बजे हाईवे से मलबा और बोल्डर हटाए गए, जिसके बाद सेना और स्थानीय वाहनों को गंतव्य तक भेजा गया। इसके बाद सुबह 10 बजे फिर से हाईवे बंद हो गया। यहां चट्टान से रुक-रुककर बोल्डर गिरने से वाहनों की आवाजाही बार-बार बाधित हो रही है।

बीआरओ के कमांडर मनीष कपिल ने बताया कि सुरांईथोटा में चट्टान से पत्थर व मलबा गिरने का सिलसिला जारी है। हाईवे सुचारू रखने की पूरी कोशिश की जा रही है। फिलहाल हाईवे सुचारू है।
पैदल यात्रियों को हादसों से बचाने के लिए बनेगी विशेष योजना
प्रदेश में कई मार्ग ऐसे हैं, जहां अक्सर पैदल चलने वाले यात्रियों को सड़क हादसे में जान गंवानी पड़ रही है। परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने इसे गंभीरता से लेते हुए परिवहन विभाग और लोक निर्माण विभाग को प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

परिवहन मंत्री आर्य ने 27 जुलाई को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली थी। इस बैठक का कार्यवृत्त जारी हो गया है। इसमें परिवहन मंत्री ने कहा है कि अधिकतर हादसों के मामले में मजिस्ट्रियल जांच समय से पूरी नहीं हो पाती, जिससे पीड़ितों को राहत राशि भी नहीं मिल पा रही है। उन्होंने इसमें समयबद्धता पर जोर दिया।

मंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि सभी सरकारी के साथ ही निजी एंबुलेंस को भी 108 सेवा से जोड़ा जाए। ताकि दुर्घटना होने पर जल्द से जल्द उपचार मिल सके। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए हैं कि वह सभी ब्लैक स्पॉट का चिन्हिकरण करने के बाद वहां बचाव के पुख्ता इंतजाम करें।

दुर्घटनाएं रोकने को कुल चिन्हित 2038 जंक्शनों पर सुधारीकरण का कार्य समय से पूरा करें। विभाग के सभी इंजीनियरों को समय से प्रशिक्षण प्रदान करें। जहां भी अवैध रूप से मीडियंस खोले गए हैं, उन्हें बंद किया जाए। रोड सेफ्टी ऑडिट भी समय से पूरा कराया जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *