कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार राज्य में लाकडाउन के विकल्प पर विचार कर सकती ह। माना जा रहा है कि बुधवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की मंत्रियों के साथ होने वाली अनौपचारिक बैठक में यह प्रमुख मुद्दा हो सकता है। चर्चा है कि कई मंत्री राज्य में लाकडाउन के पक्ष में हैं। मंत्रियों की राय इसलिए भी अहम है, क्योंकि उन्हें कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस बीच कैबिनेट मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि स्थिति खतरनाक होती जा रही है। इस सच्चाई को हमें स्वीकारना होगा। उन्होंने कहा स्थिति पर काबू पाने के लिए लाकडाउन ही एकमात्र विकल्प है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जिस तेजी से फैल रही है, उसने हर किसी की चिंता बढ़ा दी है। शहरी क्षेत्रों में तो स्थिति यह है कि अस्पतालों में मरीजों को बेड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इसके साथ ही गांवों में भी कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले पेशानी पर बल डालने लगे हैं। ऐसे में पर्वतीय क्षेत्र के गांवों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं, क्योंकि वहां संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर चिकित्सा सुविधाओं की कमी है। इस सबको देखते हुए परिस्थितियों से पार पाने के लिए लाकडाउन के विकल्प को लेकर भी चर्चा तेज होने लगी है।
जिसके लिए लाकडाउन ही विकल्प है। उन्होंने कहा कि यह समय आंकड़ों के फेर में पड़ने का नहीं है। यदि अभी नहीं संभले तो बहुत देर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह मुख्यमंत्री से बात करेंगे। उधर, माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की बुधवार को मंत्रियों के साथ होने वाली अनौपचारिक बैठक में भी कोरोना संक्रमण की रोकथाम और लाकडाउन के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। सूत्रों के अनुसार कुछ मंत्रियों ने मुख्यमंत्री को राज्य में लाकडाउन का सुझाव दे भी दिया है। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि सरकार क्या फैसला लेती है।