कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है। एंबुलेंस, आक्सीजन, दवा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को समय से पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से राज्यवासियों के नाम अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे कोविड की गाइडलाइन का पालन करें और अफवाहों पर कतई ध्यान न दें।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से हम सभी महामारी का डटकर मुकाबला कर रहे हैं, वह अवश्य ही कोविड की जंग जीतने में मदद करेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड से लड़ने को केंद्र सरकार भरपूर सहयोग कर रही है। प्रदेश सरकार कोविड की रोकथाम और उपचार के लिए आवश्यक दवाएं, उपकरण समेत अन्य सुविधाएं बेहतर करने की दिशा में पूरी ताकत के साथ जुटी है। हाल में आपातकालीन सेवा 108 को सभी 13 जिलों के लिए 132 अतिरिक्त एंबुलेंस दी गई हैं। इनमें 36 एडवांस लाइफ सपोर्ट और 96 बेसिक लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस हैं। पिछले छह दिनों में राज्य को 9500 रेडमेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध हो चुके हैं।उन्होंने राज्यवासियों से अपील की कि कोरोना के लक्षण महसूस होने पर लापरवाही न बरतें और तत्काल जांच कराएं। इसे छिपाएं नहीं, क्योंकि थोड़ी सी सावधानी से अन्य कोई व्यक्ति संक्रमण से बच सकता है। यदि कोरोना से संक्रमित हैं तो घबराएं नहीं, समझदारी और संयम के साथ चिकित्सक की सलाह और कोविड की गाइडलाइन का पालन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए सरकार ने टोल फ्री नंबर और वाट्सएप नंबर जारी किए हैं। इनके माध्यम से चिकित्सकों से परामर्श लिया जा सकता है। अधिकारियों को कोरोना संक्रमितों की मदद सुनिश्चित करने के साथ ही नियमित रूप से सैनिटाइजेशन और साफ-सफाई पर ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मंत्रियों को जिलेवार जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। विधायकों को कोविड संबंधी कार्य कराने के लिए विधायक निधि से एक करोड़ रुपये तक व्यय करने की स्वीकृति दी गई है। विधायकों से अपेक्षा की गई है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड की रोकथाम को हरसंभव प्रयास करें, ताकि सुदूरवर्ती क्षेत्रों के निवासियों को भी लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्वयं सभी जिलों के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं। साथ ही कोविड अस्पतालों का दौरा कर जमीनी स्थिति का जायजा ले रहे हैं।