केंद्र सरकार द्वारा पारित तीनों कानूनों से नाराज लोगों ने पंजाब के मलोट इलाके में भाजपा विधायक अरुण नारंग पर हमला कर दिया।

ब्यूरो

पिछले काफी लंबे समय से तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ देश के कुछ प्रदेशों में कुछ ज्यादा ही किसानों में नाराजगी देखने को मिल रही है। वहीं पंजाब और हरियाणा में भाजपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों को लोगों के गुस्से का खूब सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को पंजाब के अबोहर में भाजपा विधायक अरुण नारंग नाराज किसानों के गुस्से का शिकार हो गए। केंद्र सरकार द्वारा पारित तीनों कानूनों से नाराज लोगों ने मलोट इलाके में भाजपा विधायक अरुण नारंग पर हमला कर दिया। इस मौके पर  किसी कानून के विरोध  के पीछे भीड़ के साथ  मिलकर गुंडागर्दी दिखाई दी. इस हमले में अरुण नारंग के कपड़े पूरी तरह से फट गए। हालांकि किसी तरह पुलिस वालों ने उन्हें हिंसक भीड़ से बचाया।

पंजाब के मलोट इलाके में कांग्रेस सरकार के चार साल पूरा होने पर राज्य सरकार के खिलाफ भाजपा ने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाया था। अबोहर विधायक अरुण नारंग समेत कई और भाजपा नेता मलोट कार्यालय की तरफ जा रहे थे। हालांकि किसान पहले ही भाजपा नेताओं का कार्यालय के बाहर इंतजार कर रहे थे। देश में किसी भी कानून का विरोध करने का अधिकार है. लेकिन विरोध के नाम पर गुंडागर्दी करने का अधिकार किसी को नहीं है.लेकिन जैसे ही नारंग अपनी कार से उतरे तो नाराज किसानों ने उन्हें घेर लिया और उनपर स्याही फेंक दी।

हालांकि विधायक अरुण नारंग को भाजपा कार्यकर्ता और पुलिसकर्मी उन्हें एक पास की दुकान में ले गए। बाद में नारंग जैसे ही दुकान से बाहर आए तो लोगों ने उन्हें घेर लिया और उनपर हमला कर दिया। इस हमले में अरुण नारंग के कपड़े पूरी तरह से फट गए। बाद में पुलिस ने नारंग को उग्र भीड़ से बचाया लेकिन इसके बावजूद भी कुछ लोग उन्हें गाली देते रहे और पीटते रहे। अरुण नारंग के अलावा कुछ और नेताओं को भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं नाराज लोगों ने भाजपा कार्यालय पर भी हमला कर दिया।

जानकारी के अनुसार नारंग को बचाने में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को भी हल्की चोटें आई है। बता दें कि कृषि कानून के पास होने के बाद से ही हरियाणा और पंजाब में भाजपा नेताओं को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है।

पिछले दिनों किसानों के प्रदर्शन के कारण हरियाणा के करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सभा भी रद्द करनी पड़ी थी। इतना ही नहीं उनका हेलीकॉप्टर भी कार्यक्रम स्थल पर नहीं उतर पाया था। जबकि करनाल मनोहर लाल खट्टर का गृह जिला है।

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