अक्सर आपने साधु महात्माओं को मांग कर जीवन यापन करते हुए देखा होगा कई दफा मांगने वालों की स्थिति काफी दयनीय होती है मगर कभी-कभी आश्चर्यजनक घटनाएं होती हैं कि कोई मांग कर जीवन यापन करने वाला साधु मंदिर निर्माण के लिए एक करोड रुपए दान में दे दे ऐसा ही कुछ घटित हुआ जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के पूरे देश से चंदा एकत्र किया जा रहा है। इसी क्रम में ऋषिकेश में गुफा में रहने वाले साधु स्वामी शंकर दास उर्फ फक्कड़ बाबा ने अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण के लिए एक करोड़ रुपए दान में दिए है। वह पिछले 60 वर्षों से गुफा में रह रहे हैं। स्वामी शंकर दास ने बताया कि उनके गुरु टाट वाले बाबा की गुफा में मिलने वाले श्रद्धालुओं के अनुदान से उन्होंने यह रकम जुटाई है।
बैंक के कर्मचारियों को बिल्कुल भी यकीन नहीं था कि एक साधु के पास इतनी रकम हो सकती है लेकिन जब यह साधु बैंक पहुंचे सब आश्चर्यचकित थे साधु स्वामी शंकर दास उर्फ फक्कड़ बाबा गुरुवार को ऋषिकेश के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में पहुंचे। जब स्वामी शंकर दास ने एक करोड़ का चेक बैंक अधिकारी को दिया तो वे आश्चर्यचकित हो गए। पहले उन्हें यह मजाक लगा। लेकिन जब बैंक के अधिकारियों ने उनके दिए गए खाते को चैक किया तो इस बात की पुष्टि हो गई कि उनका चेक सही है। बाबा के अकाउंट में करोड़ से ज्यादा रकम पाई गई।
स्टेट बैंक के कर्मचारियों ने ऋषिकेश में आरएसएस के पदाधिकारियों को तुरंत सूचित किया गया। ऋषिकेश क्षेत्र के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर कार्यवाह कृष्ण कुमार सिंघल ने बैंक में पहुंचकर बाबा शंकर दास से मिलकर यह चेक राम मंदिर के खाते में जमा कराया। फक्कड़ बाबा इस चंदे को गुप्त दान के रूप में देना चाहते थे लेकिन जब आरएसएस के पदाधिकारियों ने बात की तब बाबा ने चेक सौंपते हुए एक फोटो खिंचवाया।
बाबा का मन था कि वे जीवन भर एकत्र किए अपने धन का उपयोग अच्छे कार्य में कर सकें इस प्रकार बाबा ने 1 करोड़ का चेक देते हुए कहा कि मेरे जीवन का लक्ष्य पूरा हो गया है। इस पवित्र काम को पूरा कर के मैं धन्य हो गया हूं। उन्होंने यह निधि कई वर्षों से इसी कार्य के लिए जमा की हुई थी कि जिस दिन श्री राम मंदिर का निर्माण प्रारंभ होगा यह निधि मैं राम मंदिर के निर्माण के लिए दूंगा। आरएसएस के पदाधिकारी सुदामा सिंघल ने बताया कि ऋषिकेश में 60 सालों से एक गुफा में निवास कर रहे संत शंकर दास डाक वाले बाबा के अनुयाई हैं। उन्होंने कहा कि हमारा जो लक्ष्य था उससे तीन गुना ज्यादा राशि इस अभियान के तहत जमा हो चुकी है। उत्तराखंड से वीएचपी ने 5 करोड़ की राशि इस अभियान में जमा की है।
गुफा में रहने वाले टाट वाले बाबा स्वामी शंकर दास महाराज ने सभी सुख सुविधाएं त्याग रखी थी। पिछले 40 वर्षों से वह श्री राम मंदिर के लिए पैसा बचाते आ रहे हैं। गुफा रूपी आश्रम में इन वर्षों में कई श्रद्धालु आए, दान और चढ़ावा देकर गए। टाट वाले बाबा मंदिर के लिए धन संग्रह करते रहे। आज जब अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है, तो उन्होंने उचित अवसर पाकर एक करोड़ रूपये समर्पण निधि में दिया है। मुद्दा यह नहीं कि कौन व्यक्ति किस धर्म वर्ग के लिए दान देता है मुद्दा यह है कि कोई भी व्यक्ति पूरे जीवन भर एकत्र के धन को इतनी आसानी से किसी को भी दान में दे दे इसके लिए हिम्मत और बड़ा दिल होना जरूरी है चाहे वह व्यक्ति किसी भी धर्म वर्ग से संबंध रखता हो.