महाराष्ट्र के पुणे में में स्थित सिरम इंस्टिट्यूट में लगी आग

वीएस चौहान की रिपोर्ट

महाराष्ट्र के पुणे में स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के टर्मिनल एक गेट में गुरुवार को आग लगने से 5 लोगों की मौत हो गई। वहीं एक और ताजा जानकारी आ रही है कि उसी बिल्डिंग के एक कक्ष में फिर से आग लग गई। आग बुझाने के लिए दमकल की 15 गाड़ियां रेस्क्यू के लिए पहुंची.

इस दुखद घटना पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दुख जताते हुए कहा कि पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में आग की दुर्घटना में हुई मौतें दुर्भाग्यपूर्ण हैं। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं.

इसके बाद इस घटना पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुख जताते हुए कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में आग की वजह से हुई मौतों से बेहद दुखी हूँ। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उन लोगों के परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपनी जान गंवाई। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हों।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया अध्यक्ष और एमडी साइरस पूनावाला ने दुख जताते हुए कहा कि आज सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में अत्यंत दुखद दिन है। हमें बेहद दुख हुआ है और दिवंगत लोगों के परिवार के प्रति हमारी संवेदना है। मानदंडों के अनुसार अनिवार्य राशि के अलावा प्रत्येक परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।

वहीं इससे पहले सुबह की आग की घटना पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि शुरुआती तौर पर ऐसा प्रतीत होता है कि आग किसी बिजली की गड़बड़ी के चलते लगी होगी। हालांकि वैक्सीन अब भी सुरक्षित है।

जानकारी के अनुसार, आज सुबह पुणे के मंजरी में स्थित एसआईआई के नए प्लांट में आग लगी । 300 करोड़ की लागत से बने इस प्लांट में बड़े पैमाने पर कोरोना की वैक्सीन कोविशील्ड का उत्पादन किए जाने की योजना है। पिछले साल ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने इस प्लांट का उद्घाटन किया था। हालांकि इस प्लांट में अभी वैक्सीन का उत्पादन शुरू नहीं हुआ है।

इस घटना के बाद सीरम के सीईओ अदार पूनावाला का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि चिंता और प्रार्थनाओं के लिए सभी को धन्यवाद। अब तक की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आग लगने से कोई बड़ी क्षति नहीं हुई है, हालांकि कुछ मंजिलों को नुकसान पहुंचा है।

पूनावाला ने कहा कि मैं सरकार और सभी जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कई उत्पादन भवन होने के कारण कोविशील्ड के उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं होने वाला है। इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए हम पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने पुणे पुलिस और फायर डिपार्टमेंट का शुक्रिया अदा किया।

उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने जांच के आदेश दिए हैं।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के अनुसार बिल्डिंग में चल रहे कुछ वेल्डिंग कार्य के कारण आग लग गई थी। उन्होंने कहा कि कार्यस्थल के पास ज्वलनशील सामग्री रखी हुई थी जिसकी वजह से यह घटना घटी।

राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस घटना को लेकर कहा कि ठेकेदार के लोग उस फ्लोर पर काम कर रहे थे जहां आग लगी। जब फायर ब्रिगेड के अधिकारी वहां पहुंचे तो उन्हें पांच पूरी तरह से जल चुके शव मिले। मृतकों में से दो उत्तर प्रदेश के, जो पुणे के और एक बिहार का था। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार इस घटना के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के प्रयास कर रही है।

पवार ने कहा, फायर ब्रिगेड ने अच्छा काम किया। जानकारी के अनुसार उस स्थान को नुकसान नहीं पहुंचा है जहां कोविड वैक्सीन का निर्माण किया जा रहा है। पता चला है कि यहां रोटावायरस वैक्सीन बनाने की तैयारी की जा रही थी। उन्होंने कहा कि एनर्जी ऑडिट के दलों को ऑडिट के निर्देश दिए जा चुके हैं।

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