दून में प्याज की आवक तो पटरी पर आ गई है, लेकिन दाम अभी भी नियंत्रण से बाहर हैं। थोक मूल्य में बढ़ोत्तरी के कारण दून के बाजारों में प्याज फिर से 100 से 120 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है। आम आदमी तो प्याज खरीदने से कतरा ही रहा है, वहीं व्यापारियों को नुकसान की चिंता सता रही है।
दून में प्याज की आवक तो धीरे-धीरे पटरी पर आने लगी है, लेकिन फिलहाल प्याज के दामों में कमी नहीं आ रही है। ऐसे में बाजार में प्याज के दाम अभी भी आसमान छू रहे हैं। हैरानी की बात तो यह कि नासिक से भी अब पर्याप्त आवक शुरू हो गई है। बावजूद इसके स्थिति नियंत्रण से बाहर है।
वहीं, मंडी में लगाए गए सस्ते प्याज के काउंटर भी बंद पड़े हैं। व्यापारियों ने नुकसान का हवाला देते हुए सस्ता प्याज बेचने से हाथ खड़े कर दिए हैं। उधर, खाद्य आपूर्ति विभाग की भी यही स्थिति है। राशन की दुकानों पर सस्ता प्याज बेचने की योजना चंद दिन में ही दम तोड़ गई। वहां भी अब कोई सस्ता प्याज नहीं बेचा जा रहा है। ऐसे में आम आदमी के पास बाजार से महंगा प्याज खरीदने या फिलहाल दूरी बनाए रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
इधर, दून की निरंजनपुर मंडी के निरीक्षक अजय डबराल ने बताया कि शुक्रवार को भी 821 कुंतल प्याज की आवक हुई, जिसमें दो गाड़ियां नासिक की भी शामिल रहीं। मंडी में प्याज का थोक भाव 70 से 80 रुपये प्रति किलो बना हुआ है।
दरअसल, प्याज के प्रमुख उत्पादक राज्यों में अत्यधिक बारिश के कारण पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष जुलाई में खरीफ उत्पादन में गिरावट आने के कारण दिक्कतें पेश आ रही हैं। ऐसे में जब तक देर से तैयार होने वाली खरीफ की फसल बाजार में आना न शुरू हो जाए। तब तक दून में भी दामों में उछाल बरकरार रह सकता है।